अब इंडिया में भी ऐनीमे का जलवा: वैम! बना देसी टैलेंट का नया अड्डा
हाल ही में भारत में एनीमे और मांगा के प्रति लोगों की रुचि में ज़बरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है। अब यह केवल मनोरंजन का साधन नहीं रहा, बल्कि युवाओं की भावना, सोच और अभिव्यक्ति का एक प्रभावशाली माध्यम बन गया है। भारतीय दर्शकों के इसी बढ़ते लगाव को देखते हुए “वैम” अर्थात विश्व एनीमे एवं मांगा ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। इसका उद्देश्य न केवल एनीमे और मांगा के प्रति लोगों की रुचि को प्रोत्साहित करना है, बल्कि इस क्षेत्र के जानकारों और कलाकारों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना भी है। संक्षेप में कहें तो यह एनीमे प्रेमियों के लिए एक सुनहरा अवसर है।
क्या है वैम?
वैम! एक ऐसा देसी मंच है जो उन लोगों को ढूंढ रहा है जिन्हें एनीमे और मांगा से खास लगाव है और जिनमें कोई ना कोई अनोखी कला छिपी है — चाहे वो चित्रकारी हो, लेखन हो या फिर कुछ और। वैम का मकसद है कि ऐसे प्रतिभावान लोगों को आगे लाया जाए और उनकी कला को पूरी दुनिया में पहचान दिलाई जाए। ये मंच न सिर्फ भारतीय कलाकारों और लेखकों को सही दिशा और प्रशिक्षण देता है, बल्कि उनकी बनाई हुई कहानियों और चित्रों को छापकर उन्हें अंतरराष्ट्रीय दर्शकों तक पहुँचाने का बढ़िया मौका भी देता है। सीधे कहें तो, अगर आपके अंदर हुनर है तो वैम उसे उड़ान देने के लिए तैयार है!
मांगा में देसी तड़का
जैसे एनीमे और मांगा अपने खास स्टाइल, दिलचस्प किरदारों और जापानी संस्कृति से जुड़ी कहानियों के लिए जाने जाते हैं, वैसे ही अब वैम! कुछ अलग और देसी अंदाज़ में काम कर रहा है। वैम भारतीय संस्कृति, पुरानी पौराणिक कहानियों और आज के ज़माने के मुद्दों को मांगा के ज़रिए सामने ला रहा है। सबसे मज़ेदार बात ये है कि इससे न सिर्फ हमारी कला को बढ़ावा मिल रहा है, बल्कि भारत की पहचान भी इस दुनिया में बनती जा रही है। और तो और, इस बहाने भारतीय कहानियों और संस्कृति को दुनिया भर के लोग जानने और समझने लगे हैं।
युवाओं के लिए खास अवसर
वैम! की सबसे बढ़िया बात ये है कि ये उन छात्रों को भी खास मौके देता है जिन्हें मांगा लिखने और बनाने का जबरदस्त शौक है। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि वैम नए और उभरते कलाकारों के लिए तरह-तरह की वर्कशॉप्स, मुकाबले और इंटर्नशिप जैसे शानदार मौके भी लेकर आ रहा है। इससे युवाओं को ना सिर्फ अपना टैलेंट दिखाने का मौका मिलता है, बल्कि अपने इस हुनर को और बेहतर बनाने का, और इसी रास्ते एक नया करियर बनाने का भी सुनहरा मौका मिल रहा है।
वैश्विक मंच की ओर
वैम! की सबसे बड़ी कोशिश यही है कि जो लोग भारतीय मांगा बनाने में माहिर हैं, उनका टैलेंट सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों तक भी पहुंचे। अब देखो, कुछ देश तो ऐसे हैं जहां धीरे-धीरे हमारे देसी मांगा की धाक जम रही है — जैसे जापान, कोरिया और अमेरिका वगैरह। मतलब साफ है, वैम बस प्लेटफॉर्म नहीं है, ये एक ऐसा जरिया बन रहा है जो भारतीय कलाकारों को ग्लोबल लेवल तक ले जाने में लगा है।
निष्कर्ष
अक्सर होता है ना कि जो चीज़ हमें बहुत पसंद आती है, दिल करता है काश वो हमारे पास भी हो! ठीक वैसे ही, जब से लोगों को जापानी एनीमे और मांगा से लगाव हुआ है, तब से एक ख्वाहिश भी दिल में रही कि काश हमारी अपनी कहानियां भी इसी अंदाज़ में सामने आएं। और यही सोच अब वैम! ने हकीकत में बदल दी है।
भारतीय युवाओं की क्रिएटिव एनर्जी, मांगा बनाने की समझ और वैम जैसा ग्लोबल प्लेटफॉर्म — इन सबके मेल से अब हमारा देसी एनीमे और मांगा भी दुनिया भर में अपनी पहचान बना रहा है।
और अगर आपके अंदर भी कोई ऐसी कमाल की कला है, तो अब उसे निखारना वैम के साथ और भी आसान हो गया है। वैम! के दरवाज़े ऐसे हुनरमंद लोगों के लिए हमेशा खुले हैं!