कोड गीअस: एक विद्रोही योद्धा की गाथा

अगर आप उन लोगों में से हैं जिन्हें जापानी एनिमी देखने का शौक है, तो कोड गीअस: लूलूश ऑफ द रिबेलियन का नाम तो ज़रूर सुना होगा। ये शो 2006 में पहली बार आया था और इसकी कहानी एक ऐसी काल्पनिक दुनिया पर आधारित है जिसकी पृष्ठभूमि भविष्य में दिखाई गई है। इसमें राजनीति, बलिदान, सही-गलत की कशमकश और जंग सब कुछ देखने को मिलता है। इस सीरीज़ में जो बड़े-बड़े रोबोट जैसे यंत्र हैं, चालाक साजिशें और दिल को छू जाने वाले भावनात्मक वक्तव्य एवं दृश्य उपस्थित हैं – सब कुछ इतने जबरदस्त तरीके से दिखाया गया है कि देखने वाला  पूरी तरह से इस सीरीज़ में खो जाता है।

कहानी का सार:

इस एनीमे की कहानी शुरू होती है ब्रिटानिया नाम के एक ताकतवर साम्राज्य से, जिसने जापान पर कब्जा कर लिया होता है। अब जापान को ‘एरिया 11’ कहा जाता है और वहाँ के लोगों को लोग ‘ग्यारहवासी’ बुलाने लगे हैं। अब मज़े की बात ये है कि उसी ब्रिटानिया का एक राजकुमार, लूलूश लैंपेरूज, वहीं छिपकर आम इंसानों की तरह जी रहा होता है। इसकी बड़ी वजह है उसकी मां का हत्या और उसकी छोटी बहन की लाचारी। इन सब चीज़ों से लूलूश के दिल में अपने ही साम्राज्य के लिए नफरत भर जाती है।

फिर एक दिन अचानक उसकी मुलाकात होती है एक रहस्यमयी लड़की सी.सी. से, जो उसे एक अनोखी ताकत देती है जिसे ‘गीअस’ कहा जाता है। इस ताकत से लूलूश किसी को भी बिना सवाल-जवाब के जो चाहे वो करवा सकता है। और बस, यहीं से कहानी में जबरदस्त मोड़ आता है – लूलूश अब बन जाता है एक नकाबपोश क्रांतिकारी ‘ज़ीरो’ और शुरू करता है एक बड़ा बगावत भरा मिशन – अपने ही देश, ब्रिटानिया के खिलाफ।

मुख्य पात्र:

लूलूश लैंपेरूज / ज़ीरो – एक तेज दिमाग वाला व्यक्ति जो अपने ही देश से नफरत करता है तथा बाद में अपने ही देश के खिलाफ विद्रोह करता है।

सी.सी. – एक रहस्यपूर्ण अमर कन्या जो गीअस की शक्ति प्रदान करती है।

सुझाक कुरूर्गी – यह ज़ीरो का मित्र है एवं साथ ही साथ एक बहादुर सैनिक भी है परंतु यह शांति के मार्ग पर विश्वास रखता है।

ननाली – लूलूश की अंधी और अपंग बहन, जिसकी सुरक्षा ही लूलूश के सारे संघर्षों का मूल है।

मुख्य विषयवस्तु:

न्याय बनाम प्रतिशोध: लूलूश का संघर्ष केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की कोशिश है।

शक्ति और उत्तरदायित्व: गीअस की शक्ति यह दिखाती है कि अधिक अधिकार किस प्रकार विनाश का कारण बन सकता है।

राजनीति और चालाकी: यह कथा सत्ता की राजनीति, धोखा, और रणनीति की बारीकियों को दर्शाती है।

बलिदान और आत्मोत्सर्ग: अंतिम लक्ष्य की प्राप्ति के लिए व्यक्तिगत इच्छाओं और जीवन तक का त्याग आवश्यक होता है।

निष्कर्ष:

कोड गीअस यह सिर्फ एक एनीमे या चित्रकथा नहीं है।

यह एक सोच है, एक ऐसी विचारधारा जो सही और गलत की लकीर को धुंधला कर देती है। यह आपको बार-बार रुक कर सोचने पर मजबूर करता है –क्या वाकई कुछ हमेशा सही या हमेशा गलत होता है? या फिर सब कुछ हालात और नज़रिए पर टिका होता है?

अगर आप उन कहानियों को पसंद करते हैं जो दिल को छू जाएं, जो दिमाग को झकझोर दें,और जो हर मोड़ पर आपको सोचने पर मजबूर कर दें – तो कोड गीअस को एक बार ज़रूर देखिए।